Kitna hi suhana mausam kiyoon na ho ... Thandi hawaon ke jhonke hi kiyoon na ho.... Jhilmil sitaron se bhara aasman hi kiyoon na ho... Ya fir kiyoon na ho rimjhim barishon ki jhadi hi... Tab Kuchh bhi mahsoos nhi hota mujhe Sivay iske ki vo sab tapte registan ki manind jalate rahte hain mujhe...bhitar tk... Kiyoon ki..na sambhalta hai ye mn...aur na hi bahlta hi hai yah kabhi... DILBAR TERI YAAD ME DIL TADAPTA HAI ABHI ....
Jul 04, 2025•16 min•Season 4Ep. 11
माना कि... जो मैंने किया वह प्रेम भी था और लगाव भी... मगर जो उसने किया वह स्वार्थ ही था और जो दिया वह घाव ही... घाव देते वक़्त उसने तनिक भी ना सोचा कि क्या होगा मेरा जो अपने मन के मंदिर में पूजता है उसे प्रेम की देवी...मोहब्बत का देवता बना कर...और क्या गुज़रेगी मेरे उस मन पर जब गुजर जायेगा करीब से वो आंखे चुरा कर...
Jun 27, 2025•18 min•Season 4Ep. 10
मेरी सांसों में रहती है मगर आँखों से बहती है मैं तुझ बिन जी नहीं सकता धड़कने मेरी कहती हैं जो मिल जायेंगे मैं और तुम ज़मी जन्नत बनाऊंगा अमीरी हो या फकीरी हो सभी नखरे उठाऊंगा ज़माने भर की हर रौनक तेरे कदमो में लगाऊंगा कहेंगे लोग पागल जो गुज़र हद से भी जाऊँगा मरे सीने से लग के बस इतना सा ही कह दे तू मैं तेरी हूँ मै तेरी हूँ मैं तेरी हूँ.............
Jun 20, 2025•17 min•Season 4Ep. 9
Masoomiyat ka haseen nazara thi voh, matlab har lafz me adakari -sahajta aur saralta wali yoon to haasil karne ki zid thi hume, chahte to paa sakte the use magar... pyaar kya hota hai usi ki masoom nigaho se seekha tha humne shaayad isiliye usko jaane diya uski khushi ke liye aur mohabbat ki had se guzarne lage hum, ishq karne lage hum, masoom kehne lage hum-masoom kehne lage hum...
Jun 13, 2025•22 min•Season 4Ep. 8
ना शाखों ने जगहा दी...ना हवाओं ने बख्शा वो पत्ता आवारा ना बनता तो क्या करता...l
Jun 06, 2025•21 min•Season 4Ep. 7
अब लफ्जों में हैं उसके खामोशियां अब रही ना वो पहले सी नजदीकियां आती नहीं मुझको अब हिचकियाँ जाती नहीं मन से क्यूं सिसकियाँ याद आती हैं उसकी वो सरगोशियां कहता था उसको मैं "मासूम" तब उसकी मासूमियत ये क्या हो गया वो जो मुझसे मिला मेरी जां हो गया मोहब्बत भरी दास्ताँ हो गया संग मेरे चला अंग भी वो लगा रफ्ता रफ़्ता मेरी जाने जां हो गया वो मासूम इश्क़ वो मासूम इश्क़ वो मासूम इश्क़...
May 23, 2025•25 min•Season 4Ep. 6
Some silences are louder than screams. Some eyes, deeper than oceans. This episode is not just a story — it’s a surrender. Of a heart that once loved without holding back, Of a soul that drank pain like wine — quietly, completely. "PAIMANE TERI AANKHON SE..." is for those who’ve ever looked into someone’s eyes and forgotten how to breathe. For those who’ve walked away carrying the weight of someone else’s goodbye. Tune in — not just to listen, but to feel. तू गुजर गई करीब से मेरा मयार छोड़ कर मै...
May 09, 2025•22 min•Season 4Ep. 5
तू कहती थी तेरी ही हूँ मैं तू कहती थी तेरी रहूंगी बगावत भी कर लूँगी जग से तेरी होने को सब कुछ सहूंगी समंदर की तरहा तू रहना मैं नदिया सी संग संग बहूँगी दर्द तूने दिया मर मिटा मैं लोग कहते हैं तू बेगुनाह थी आखिरी सांस तक तुझको चाहूँ तू क्या जाने तू मेरा खुदा थी बेपनाह इश्क़ करता था तुझसे मेरे जीने की तू ही वज़ह थी
Apr 29, 2025•10 min•Season 4Ep. 4
मेरे इश्क़ का तू दरिया सागर मैं चाहतों का चाहें आये तूफ़ाँ कितने तेरा प्यार राहतों सा तू ही ज़ख्म तू ही मरहम तू ही दर्द की दवा है सासों में तेरी खुशबू आँखों में तू बसा है कहती है दुनिया सारी मुझे तेरा ही नशा है मुझे तेरा ही नशा है,
Apr 28, 2025•12 min•Season 4Ep. 3
तुम जो धड़कती थी सीने में जिंदगी बनकर.....मेरे ज़िस्म मेरे शरीर में मेरी रूह बनकर.....मेरे दिल के हर हिस्से में दौड़ते रक्त प्रवाह की मानिंद..... कहीं तुम्हें कोई दर्द ना हो मेरी वज़ह से तुम्हें कोई आघात ना हो...मेरे प्रेम की निरंतरता उसकी एकाग्रता भंग ना हो नीरसता का एक अंश भी घर ना कर पाए हमारे प्रेम के अहसासों में.... शायद इसीलिए......तुम्हारी वह मोहब्बत जो अक्सर मुझसे छुअन मांगती थी मैंने तुम्हारे मोह का त्याग कर दिया.....क्योंकि.... वह चंचल मन मेरा बार बार तुमसे कहता था...... ...तुझे छूने क...
Apr 27, 2025•37 min•Season 4Ep. 2
ना अता ना पता ना खबर बड़ी मुद्दत हुई ना हुई कोई मुलाक़ात ना ही मुहब्बत हुई बड़ी बड़ी बातेँ वादे इरादे शायद भूल गया है वो ऐसी कैसी मुहब्बत में उसकी शिद्दत हुई माना के वो थोड़ा मगरूर था हुस्न ए जवानी पे अपनी...... पर बंदिश ए दुनिया में रहेगा इतना बेदम नहीं था वो हुस्न ए यारा मेरा किसी कातिलाना शबाब से कम नहीं था..... नशा इस कदर शामिल था उसकी अदाओं में कमबख्त किसी भी शराब से कम नहीं था जो लगा दे आग पानी में ...ऐसे किसी आफताब से भी कम नहीं था.... वो हुस्न ए यारा मेरा वो हुस्न ए यारा मेरा .......
Apr 18, 2025•25 min•Season 4Ep. 1
My dear friends... मोहब्बत के जिन सिलसिलो से आप अभी तक रुबरु थे... एक बार फिर पेश-ए-खिदमत हूँ मोहब्बत के वैसे ही अफ़सानों के साथ... मगर एक नये अंदाज के साथ... यानि... आपके पसंदीदा शो Dhadkane Meri Sun का Season 4 ... जिसका पहला एपिसोड बहुत जल्द आपकी नज़र....। 💖 Let your heart beat to the rhythm of love once again… because some stories never fade, they just find new ways to touch your soul. 💖
Mar 28, 2025•4 min
शायद ही कभी भूल पाउंगा ..वह अधूरी मुलाक़ात-अधूरे ख्वाब... शायद रह जाएंगी मेरी आँखों में ...मेरी ही तन्हाईयां... रोयेंगे हर मौसम...सूरज चांद सितारे सब... वो देखेंगे जब... मेरे पानी के दोनों घरों में तुम्हारी ही परछाइयाँ... शायद रह जाएंगी मेरी आँखों में...मेरी ही तन्हाईयां.. क्यों कि हमारा मिलन तो तय था ... मगर बिछुड़ना तय नहीं था... इसलिए फिर से मुलाक़ात का कोई सवाल ही नहीं था.. मगर हो गई अब वह भी तय. .इसलिए हमे मिलना होगा अब अगले जनम... ये ज़रूरी है तुम आती रहना ख्वाबों ख्यालों में... ये मुलाक़ा...
Mar 14, 2025•27 min•Season 3Ep. 67
चाहतें देख कर लगता था कि बिछुड़ोगी ही नहीं कभी..... मीठे लफ्ज जब घुलते थे कानो में तो लगता था कि कड़वा बोलोगी ही नहीं कभी... मुस्कुराहटो के आलम तो क्या पूछो...इतने दिलनशी थे...लगता था कि जैसे रूठोगी ही नहीं कभी... मगर... ऐसी लगी नज़र... कि...कोई ताल्लुक ही ना रहा... और अब लगता है कि...उजड़े हैं ऐसे...कि जैसे फिर से बसेंगे भी नहीं कभी... तेरे इश्क़ के हाथों तबाह हुए हैं इस तरहा...के लगता है कि अब जुड़ेंगे भी नहीं कभी... मगर तुम्हारी याद बहुत आती है ....याद रखना... वह अलग बात है....कि मेरे दिल के ...
Feb 28, 2025•23 min•Season 3Ep. 66
क्या क्या गुज़री थी मुझपे जब तुमने मुझको ठुकराया था ऐसे ही दिन दिखलाने को बरसों दिल बहलाया था राख में ख़ाक हुआ था मैं जब खत तुमने मेरा जलाया था वह खत जो दिल था मेरा जिसमें हर लफ्ज मोहब्बत लिखा था मैने इश्क़ ही इश्क़ लिखा था मैने जो खूं से नाम लिखा था मैने जो नाम तुम्हारा लिखा था मैने आखिरी खत था वह मेरा जिसको तुमने जला दिया था फिर धुएं में उसको उड़ा दिया था ....धुएं में उसको उड़ा दिया था....l
Feb 21, 2025•24 min•Season 3Ep. 65
My Dear Listeners, As you already know, Dhadkane Meri Sun has become the closest companion to your journey of love. Love doesn’t wait for a special day—it flows freely, beyond time and moments. And yet, when those heartfelt emotions are celebrated on a special occasion, life feels even more poetic, even more magical. Yes, you guessed it right—Valentine’s Day! That’s why, breaking tradition just a little, this week’s episode arrives a day early—because your emotions deserve to be felt in their mo...
Feb 13, 2025•26 min•Season 3Ep. 64
तेरी धड़कन तेरी सासें मुझे कितना सताती हैं तेरी खुशबू तेरी बातेँ तेरे ही पास बुलाती हैं ....तेरी धड़कन तेरी सासें...l
Feb 07, 2025•25 min•Season 3Ep. 63
शक था मुझे उसके अंदाज-ए-मोहब्बत पे और यक़ीन भी नहीं था उसके वादा-ए-मोहब्बत पे फ़िर भी उसकी मासूमियत से इश्क़ करता था मैं झूठी थी वो और दग़ाबाज़ भी फिर भी उसकी अदाओं पे मरता था मैं अगर चाहता तो बर्बाद कर देता मगर उसकी बदनामीयों से डरता था मैं टूट गईं जब सारी कसमें और उम्मीदें भी हर वक़्त उस ख़ुदा से लड़ता था मैं झूठी थी वो और दग़ाबाज़ भी फिर भी उसकी अदाओं पे मरता था मैं क्यूं कि उसकी मासूमियत से इश्क़ करता था मैं
Jan 31, 2025•26 min•Season 3Ep. 62
यह कोमल और चंचल मन मेरा, उससे दूर नहीं जाना चाहता, नजरों में बसा कर रखना चाहता है... बाहों के दरमियाँ ना सही... वो करीब से गुजर जाये... बस.... ऐसी अजनबी मुलाकातों में ही सही...l ना दर्द हो ...ना ग़म हो ना बोझ हो इस दिल पर कोई राहे मोहब्बत में मुश्किलों के चलते... ग़र हो छोड़ना...तो एक खूबसूरत सा मोड़ हो कोई
Jan 24, 2025•26 min•Season 3Ep. 61
क्या खूब समा था इश्क़ के महीने में - इश्क़ जवां था मौसम के थे नजारे आंखों के थे इशारे बातों में कशिश थी इतनी लहजे में तपिश थी इतनी जिस्म था - आग थी हर छुअन में एक धुआं था हसीना थी कमसिन दीवाना जवां था इश्क़ के महीने में इश्क़ भी जवां था .....ऐसे ही थे एहसास हमारे.....
Jan 09, 2025•20 min•Season 3Ep. 60
जवानी जब से बहकी थी उसी का नाम लेती थी मोहब्बत प्यास है उसकी यही पैगाम देती थी मैं मजनूं था मैं रांझा था वो लैला हीर जैसी थी मेरी चाहत के ज़ज्बो को मेरा ईमान कहती थी मगर अब.... जो समझती थी इशारों को इशारों ही इशारों में भुलाके उन नज़ारो को मेरा अब दिल दुखाती है ना कहती है ना सुनती है बड़ी खामोश रहती है मेरे इश्क़-ए- बहारा में वो तीर-ए-ग़म चलाती है ज़माना मुझसे कहता है दीवाने क्यूँ तू रोता है उसे कैसे मैं समझाऊं यही तो प्यार होता है........
Jan 06, 2025•22 min•Season 3Ep. 59
ये उन दिनों की बात है जब इश्क़ में पड़ना अच्छा हुआ करता था ... इश्क़ भी सच्चा हुआ करता था ...l उन दिनों breakup नहीं हुआ करते थे...हाथ और साथ छूट जाने के बाद उम्र भर चाहने के ...यानि अंतिम साँस तक चाहते निभाने के ...और कहीं कहीं तो आखिरी दम तक इंतजार के वादे हुआ करते थे.... 90's A - LOVE STORY Step into the mesmerizing world of the 90s, a time when love was pure, promises were unbreakable, and emotions ran deeper than words could ever express. In this heartfelt episode of Dhadkane Meri Sun , Dr....
Dec 23, 2024•1 hr 16 min•Season 3Ep. 58
ये छेड़छाड़...ये आवारगी...और ये दास्तान-ए-मोहब्बत....... उस रोज़-उस रात की तन्हाई की है दोस्तों...... जब हम भी मूड में थे और वो भी... A story of carefree love, mischievous glances, and the timeless rhythm of hearts… It’s about that night —when silence spoke louder than words, And both of us were caught in the sweet trap of the moment . Because, sometimes, love isn’t planned—it just happens… with a wink, a sigh, and a little awaaragi .
Dec 16, 2024•24 min•Season 3Ep. 57
तू वो ग़ज़ल है मेरी जिसमें तेरा होना तय है तू वो नज्म है मेरी जिसमें आज भी तेरी मौजूदगी तय है इसलिये नहीं... कि... तू मेरी दस्तरस में है बल्कि इसलिये...कि... तू आज भी मेरी नस - नस में है इसलिए हो चाहे ये कितना ही लंबा सफ़र ना थकेगा ना रुकेगा ये कारवाँ ना छूटेगी ये डगर क्यों कि... तेरा मेरा है प्यार अमर.....।...
Nov 21, 2024•22 min•Season 3Ep. 56
कैसे भुला पाउंगा उस कठिन वक़्त को...कैसे भुला पाउंगा तुम्हारे उस असहनीय कष्ट को...जब तुम्हारा हाथ मेरे हाथ में था...और तुम अंतिम साँस लेने की तैयारी कर रही थीं...मगर फ़िर भी मुझसे कुछ कहना चाह रहीं थीं...क्योंकि तुम काल के हाथों विवश होकर हमेशा हमेशा के लिये ना चाहते हुए भी मुझसे दूर जा रहीं थीं...एक आह...एक दर्द के साथ...जाते जाते मुझको दी गई परंतु मुझसे ना सुनी गई तुम्हारे अंतर्मन की एक आवाज़ अब कहाँ कहाँ ढूंढूं तुम्हें...औऱ तुम्हारी आवाज़ को भी...कहाँ कहाँ ढूंढूं.... कहाँ चली गई तुम...कहाँ त...
Nov 09, 2024•30 min•Season 3Ep. 55
दिल टूट जाने के बाद ...ये दिल दिल ना रहा इस दिल में कुछ भी ना रहा... अगर कुछ रहा तो बस... तेरा ही नाम...तेरा ही दर्द ... छुपा रहा...... Heartbreak leaves us in pieces, but somewhere amidst the pain and sorrow, love still lingers. In this heartfelt episode of # DhadkaneMeriSun , we dive deep into the emotions that follow a broken #relationship. How do we pick up the fragments of our heart when all that remains is the name of the one we loved, and their memories etched in our soul? Join us as we e...
Oct 11, 2024•31 min•Season 3Ep. 54
एक इश्क़ दो दिल फिर बेहद प्यार और फिर...बेइंतहा ...इंतजार शायद इसीलिए.... .......तेरी राह तकते तकते मेरी उम्र गुजर गई ....... In this heartfelt episode of 'Dhadkane Meri Sun,' we dive into the emotions of longing and love in 'Waiting for You - Tera Intezaar.' Join us as we explore the beauty of waiting, the hope it brings, and the tender moments that make the wait worthwhile. Tune in to feel the pulse of love and the rhythm of romance....
Sep 01, 2024•22 min•Season 3Ep. 53
ज़रा आँखों में मोहब्बत की तिश्नगी पिरोईये फिर हसरतों को सावन की मस्तियों में भिगोईये और फिर देखिये-ऐसे लगेगा जैसे.... कहीं बारिश की हर बूंद में प्यार बरस रहा है तो कहीं दौर-ए-मोहब्बत की पुरानी यादों में भीगा तन मन बूंद बूंद को तरस रहा है.
Aug 03, 2024•31 min•Season 3Ep. 52
अब लफ्जों में हैं उसके खामोशियां अब रही ना वो पहले सी नजदीकियां आती नहीं मुझको अब हिचकियाँ जाती नहीं मन से क्यूं सिसकियाँ याद आती हैं उसकी वो सरगोशियां कहता था उसको मैं "मासूम" तब उसकी मासूमियत ये क्या हो गया वो जो मुझसे मिला मेरी जां हो गया मोहब्बत भरी दास्ताँ हो गया संग मेरे चला अंग भी वो लगा रफ्ता रफ़्ता मेरी जाने जां हो गया वो मासूम इश्क़ वो मासूम इश्क़ वो मासूम इश्क़...
Aug 02, 2024•25 min•Season 3Ep. 51
कभी तेरे नैनों पे लिखा तो कभी नैनों के मोतियों पे लिखा कभी तेरे मासूम चेहरे पे लिखा तो कभी चेहरे की मासूमियत वाली बातों पे लिखा कभी इश्क़- ए -मिजाजी पे लिखा तेरी तो कभी इश्क़ - ए-दगाबाजी पे लिखा कभी ग़ज़ल लिखी कभी गीत लिखा तो कभी खत-ए-मोहब्बत लिखा
Jun 29, 2024•30 min•Season 3Ep. 50